अजीब सा शोर हैं इन ख़ामोशियों में,
चैन से सोने भी नही देते।
मुस्कुराहट छोड़ जाती है लबों पर,
ऐसा असर हैं तेरी यादों में,
कमबख़्त जी भर के रोने भी नही देते।।
~Seasons’King
अजीब सा शोर हैं इन ख़ामोशियों में,
चैन से सोने भी नही देते।
मुस्कुराहट छोड़ जाती है लबों पर,
ऐसा असर हैं तेरी यादों में,
कमबख़्त जी भर के रोने भी नही देते।।
~Seasons’King
कुछ तो अलग सा सुरूर था उसके मोहब्बत के नशे में
खुमारी निगाहों से उतरी तो दिल में दर्द उठा सर में नही.
~Seasons’King
काश के वो खुद को हमारी नज़रों से देख पाते उन्हे देखने की ख़ुशी क्या होती हैं
वो खुद भी जान पाते,
चाहत तो सभी कर सकते हैं
तुमसे,
पर अगर हमारे दिल में झांकते तो इबादत भी जान पाते।
~Seasons’King
कदम डगमगा गये हैं
मगर अभी थोड़ी राह बाक़ी है
हौसले टूट रहे हैं
मगर अभी ज़रा सी चाह बाकी है
यूँ तो खत्म हो चली है जिंदगी
मगर अभी कुछ साँस बाकी है
~Seasons’king
आँखो से चश्मा तो हटा लोगे मगर,
जमी हुई उस धूल का क्या करोगे
अगला-पिछला भूला-बिसरा सही-गलत, ये सब तो ठीक है,
पर जिसकी कीमत हमने चुकायी है, उस भूल का क्या करोगे।
~Seasons’King
अब जो थामा है हाथ तो छुड़ाकर जाने तो नही दूँगा
ए दरिया ,कई बरसों से प्यासा हूँ दो घूँट ही सही ,जूठा किये बिना डुबाने तो नही दूँगा।
जिस्मों की ज़रूरत को मोहब्बत समझते हो
जब तक जान नहीं जाते रूह की हसरत को तब तक तुझे अपना दिल नहीं दूँगा।।
~Seasons’King
दोस्ती: महज़ एक शब्द नहीं है,
ये वादा हैं जिसे बेव़जह बिना शर्त रोज़ निभाना पड़ता हैं,
सिर्फ़ खुशी में ही नही बल्कि ज़रूरत के समय भी साथ में आना पड़ता हैं,
दोस्ती वो नही जो मुस्कुराते होंठ पहचान ले,
उसके पीछे का दर्द जान लेना दोस्ती है,
उम्मीद करते हैं तेरे दोस्तो में शुमार होंगे,
ज़रूरत आने पर याद करना हम हमेशा तैयार होंगे।
-Seasons’king
जब मिले थे तुम तो कितने टूटे हुए थे,
आज जुड़ गए तो हमारे लिये ही दीवार बन गये।
समेटने चले थे तेरे बिख़रे लम्हों को अपने दामन में,
तुमने तो हमें ही तोड़ कर बिखे़र दिया,
अब तो बिख़रे है इस कदर के जुड़ भी नही सकते,
और अब जुड़ कर भी क्या करे जो तुमसे मिल नही सकते।
~Seasons’King
मेरी आँखो पर पड़े तेरी मोहब्बत के चश़्मे को चिलमन-ए-धुँध नही होने दोगी,
कहो अपने ज़हन में मेरी आशिकी की शिद्दत कम नही होने दोगी।
यूँ तो चाहते हैं बहुत लोग तुम्हे मगर वादा करो कभी इस वजह से मेरी अहमियत को कम नही होने दोगी।।
~Seasons’King
चुना हैं तुमको तुम्हारी सादगी देखकर,
ये सजना संवरना तो तुम ज़माने के लिये रखो।
मुझे अपनी रूह से जोड़ लो
ये जिस्म भले ही किसी और के लिये रखो।।
परवाह नहीं इस बात की, के तुम बाँहों में हो किसी और के,
मुझे तो बस हर पल तुम अपने ख़्याल में रखो।।
~Seasons’King